“वर्तमान परिप्रेक्ष्य मे हिन्दी भाषा की दशा और दिशा”.
By Krishna Kumar Sharma प्रस्तावना : मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। समाज का गठन मनुष्यों के पारस्परिक सहयोग से हुआ…
Bhojpuri Samaj Seva Samiti vision provide platform to help and support people in their need . To aware people on our glorious tradition and culture . To celebrate our festival together .
Bhojpuri Samaj Seva Samiti Vision is to help the poor and needy people
भोजपुरी समाज सेवा समिति का मुख्य उद्देश्य समाज सेवा सामाजिक कल्याण का कार्य करना, अपनी सभ्यता, संस्कृति एवं संस्कार तथा भाषा का विकास, प्रचार-प्रसार करना है ।
समिति का उद्देश्य आपसी भाईचारा मेल-मिलाप, प्रेम एवं सौहार्द को बढ़ाना या बढ़ावा देना तथा मानव कल्याण सहयोग एवं सहायता करना है ।
समिति के सभी सदस्य एक परिवार की तरह है जो सुख एवं दुख में एक दूसरे का हाथ बटाँते । समिति मुख्य रूप से दो राष्ट्रीय पर्व 26 जनवरी, 15 अगस्त तथा मकर संक्रांति, होली, छठ पूजा समारोह का आयोजन करती है ।
समिति बीमार एवं लाचार व्यक्तियों की सहायता करने का कार्य करती है ।
समिति समय-समय पर ब्लड डोनेशन, कैंप, हेल्थ चेकअप कैंप इत्यादि का आयोजन भी करवाती है या उसमें भाग लेती हैं ।
समित पीड़ित व्यक्तियों को अस्पताल पहुँचाने तथा उनके इलाज का प्रबंध करती है ।
समिति असहाय एवं मजबूर व्यक्तियों को सहायता पहुँचाती है ।
समिति अन्याय, अत्याचार के खिलाफ़ कार्य करती है ।
समिति पीड़ितों को कानूनी एवं अन्य आवश्यकता आवश्यक सहायता प्रदान करवाती है ।
समिति विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ाने के साथ-साथ उनको मार्गदर्शन भी प्रदान करती है ।
समिति धार्मिक आयोजन में सहायता करती है ।
समिति मानव धर्म के सिद्धांत पर कार्य करने एवं जन कल्याण के लिए सदैव तत्पर रहती है ।
समिति वैवाहिक कार्यक्रम को संपन्न कराने में मदद करती है ।
समिति सेवारत एवं पूर्व सैनिकों के कल्याण एवं सहायता का कार्य करती है ।
समिति राष्ट्रधर्म को सर्वोपरि मानती है ।
समिति की वर्षगाँठ प्रत्येक वर्ष मकर संक्रांति के दिन मनाई जाती है ।
वार्षिक बैठक में प्रत्येक वर्ष समिति के कार्यकारिणी का गठन किया जाता है ।
समिति में कोई भी निर्णय बहुमत के आधार पर लिया जाता है ।
किसी भी मुद्दों पर निर्णय समिति की आम सभा जो कि प्रत्येक महीने के प्रथम रविवार को सायं 4:00 बजे होती है उसमें सर्वसम्मति से लिया जाता है । किसी भी निर्णय को सुनाने से पहले संस्थापक अध्यक्ष द्वारा सभी की सहमति ली जाती है तथा मतभेद की स्थिती में मतदान से फैसला लिया जाता है ।
समिति में सभी सदस्य बराबर है परंतु मतदान में केवल कोर कमेटी के सदस्य ही भाग ले सकते हैं।
समिति का कोई भी दस्तावेज गोपनीय नहीं है तथा प्रत्येक सदस्य का यह अधिकार है कि वह कोई भी दस्तावेज किसी भी समय देख सकता है ।
मासिक बैठक में समिति के सदस्य अपनी निजी समस्या को भी रख सकते हैं । समिति इस कार्य में सदस्य की सहायता करती है ।
आपातकाल की स्थिती में कोई भी सदस्य किसी भी पदाधिकारी को कॉल कर सहायता माँग सकते हैं। विशेष रूप से सचिव, संयुक्त सचिव से सहायता हेतु संपर्क करने पर शीघ्र अति शीघ्र सहायता उपलब्ध कराने की व्यवस्था करते हैं ।
. भोजपुरी समाज सेवा समिति के किसी भी कार्यक्रम में मादक द्रव्यों का प्रयोग वर्जित है ।
By Krishna Kumar Sharma प्रस्तावना : मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। समाज का गठन मनुष्यों के पारस्परिक सहयोग से हुआ…
सारांश :- हमें परमात्मा का धन्यवाद करना चाहिए जिन्होंने माता-पिता की गोद में हमें डाला | माता-पिता को सदैव सम्मान…
जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं कि, संविधान ने हिंदी भाषा को राजभाषा का दर्जा प्रदान किया…